गर्भावस्था 26वां सप्ताह – शिशु विकास, गर्भावस्था लक्षण और प्रेगनेंसी केयर टिप्स | 26 week pregnant in hindi

छब्बीस सप्ताह गर्भावस्था में आप प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही खत्म कर तथा तीसरी तिमाही में जाने को तैयार होती हैं। 
शिशु भी इस सप्ताह अपनी सुंदर – सुंदर सी आंखों को खोलने लगा होता है। लक्षणों के अनुसार इस सप्ताह जैसे जैसे आपका पेट बढ़ रहा है आप प्रेगनेंसी इनसोनोमियां, थकावट महसूस कर रही होती है।
हालांकि, शिशु से तो आप मिली नहीं है लेकिन वह आपके जीवन शैली पर असर डालने लगा होता है। जो आपकी नींद को प्रभावित कर रहा होता है, मस्तिष्क पर, यह सब कहीं ना कहीं आपके लिए तनाव का कारण भी बन रहे होते है। देखा जाए तो शिशु आपको उन्हीं चीजों से परेशान कर रहा है जो जन्म के बाद करने वाला होता है।
जब एक शिशु का जन्म होता हैं यहां केवल शिशु ही विकसित नहीं हुआ होता हैं। बल्कि आप भी खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार कर गई होती है।
26 week of pregnancy मतलब – 6 माह गर्भावस्था
2nd trimester मतलब – गर्भावस्था दूसरी तिमाही
14 week’s to go मतलब – 14 सप्ताह बचें

Table of Contents

छब्बीस सप्ताह गर्भावस्था – शिशु का विकास, प्रेगनेंसी सिंप्टम्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 26 week pregnant in hindi

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Here’s quick summary
  • शिशु खुद को अंदर से देखने के लिए तैयार कर गया हैं उसकी आंखों की पलके भी विकसित हो रहीं हैं जिसे जल्द ही आप देख सकेंगी
  • शिशु में उसके छोटे छोटे नाखून भी आ गए हैं तथा जन्म के समय तक ये काफी धारदार भी हो चुके होंगे
  • निगलने की कोशिश : आपका शिशु चीजों निगलने की कोशिश कर रहा होता हैं। ये क्रिया उसके फेफड़ों के हेल्दी विकास के लिए आवश्यक भी है।

छब्बीस सप्ताह गर्भावस्था में शिशु का विकास | Baby development by week 26 in hindi

छब्बीस सप्ताह में शिशु का आकार कितना हैं – baby size at 26 week 

छब्बीस सप्ताह गर्भवती होने पर शिशु एक बड़े गोभी के जितना बड़ा हो गया होता है 26 सप्ताह में आपके शिशु की माप 14+ इंच और वजन 2 पाउंड तक मापा जा सकता है शिशु में अभी उसके विभिन्न अंगों का विकास हो रहा है
छब्बीस सप्ताह आते तक शिशु पहले के मुकाबले काफी विकसित हो चुका होता है खासकर इस सप्ताह शिशु अपनी आंखें खोलने वाला है।

शिशु की आंखें खुलने लगीं हैं

चौदह सप्ताह के समय शिशु की आंखे जो बन्द हुई थी ताकी उसके रेटीना और आंख के अन्दर वाले अंग विकसित हो सकें, छब्बीस सप्ताह गर्भवास्था में खुलने लगते है।
इसका मतलब ये हैं कि आपका शिशु अब देखने के काबिल हो गया है वैसे गर्भाशय के अंदर का दृश्य उतना रोमांचक तो नहीं होता… हालांकि, इस बात का पता आप कुछ इस प्रकार लगा सकती है! अपनी प्रेगनेंट बैली पर फ्लैश लाइट जलाए, लाइट पड़ने से शिशु अक्सर लात मारने के रूप प्रतिक्रिया देने लगता हैं। मानो वह फ्लैशलाइट जलाने से आपको मना कर रहा है।
इस वक्त आयरिश जो आंखो को उसका नेचुरल कलर प्रदान करता है अभी इनमें पिग्मेंटेशन कि कमी है पिग्मेंटेशन आने के बाद भी शिशु के आंखो का नेचुरल कलर जाना पाना अभी कठीन हों सकता है ये आपको शिशु के जन्म लेने के कुछ सालो बाद हि पता चल सकता हैं।

शिशु का मानसिक विकास

भ्रूण विकास की इस अहम प्रक्रिया में शिशु में मानसिक विकास अब तेजी पकड़ रहा है मतलब शिशु सिर्फ आवाजे सुनने तक ही सीमित नहीं बल्कि वह अब प्रतिक्रिया भी देने लगा है। अभी ज्यादा कुछ तो नहीं बस उसकी प्लस रेट और प्रतिक्रियाए बढ़ गई है। 

गर्भ के बाहर जीवन

वैसे तो शिशु में अभी बहुत विकास होना बाकी है जो समय के साथ और अधिक विकसित होते जा रहे है। हालांकि, आज के मॉडर्न समय में शिशु जो 26 सप्ताह में जन्म लेते हैं वैसे तो ये अभी भी प्रिमैच्योर हैं। लेकिन इनके गर्भ के बाहर सरवाइव करने के चांसेज बहुत अधिक होते हैं।

छब्बीस सप्ताह में गर्भवती का शरीर | Your body at 26 week pregnant in hindi

नाभि का बाहर निकलना

दूसरी तिमाही के बीच या आखिर समय में आपका बढ़ा हुआ गर्भाशय इतना बड़ा हो जाता है कि वह आपके पेट को बाहर ढकेलने लगता हैं। जिसके कारण गर्भवतियों की नाभि अक्सर बाहर निकल आती है। 
जब आप छब्बीस सप्ताह की गर्भवती होती है आपका गर्भाशय नाभि से 2 ½ ऊपर आ गया होता हैं।
बाहर को निकली हुई नाभि, वैसे ये कोई फैशन तो नहीं लेकिन खासकर जब आप टाइट कपड़े पहनती होंगी तो ये कपड़ो के ऊपर से उभरने लगते हैं। लेकिन इसे भी आप प्रेगनेंसी की निशानी समझे। डिलीवरी के कुछ माह बाद ये सब पूरी तरह सामान्य हो जाएगा।

इनसोमिया – Insomnia

प्रेगनेंसी इनसोमिया कि दुनिया में आपका स्वागत है वैसे तो एक पूरी रात की नींद (आराम) आपके लिए बहुत जरूरी है
मगर हार्टबर्न, लेग क्रैंप्स, बार बार बाथरूम जाना, बाहर निकली नाभि और आपकी रातें, इसमें हैरान करने वाली बात नहीं कि आपका शरीर खुद को शांत (आराम) करने के लिए कितनी दिक्कतों का सामना कर रहा है
रात को अच्छी और गहरी नींद लेने के लिए आप कुछ आसान तकनीके अपना सकती है जो एक अच्छी नींद लेने में सहायता भी करेगा जैसे – कसरत करना, ठंडी और ताजी हवा लेना, सोने से पहले कम से कम तरल लेना।
 

गर्भ में शिशु की हरकत

शिशु की हरकतों (हलचलों) को देखकर लग सकता हैं मानो आप एक दर्जन बच्चो को गर्भ में लिए फिर रहीं हैं। यहां शिशु उन सभी हरकतों की प्रैक्टिस कर रहा होता है जो आगामी जीवन में उसकी सहायता करेंगे। जैसे पेट पर चलने की कोशिश,
जैसे-जैसे शिशु का मस्तिष्क विकसित हो रहा है भ्रूण कि हरकतें लयबद्ध होने लगती हैं। गर्भ में शिशु के बढ़ने तथा ताकतवर होने से हरकतें भी ताकतवर हो जाती है।
एक दूसरा तरीका जो आप ट्राई कर सकती हैं बैठते समय पैरों को थोड़ा फैला कर रखें जिससे उस पर भार ना पड़े, अगली बार जब आप पोजिशन चेंज या खुद को स्ट्रेच कर रहीं हो तो आहिस्ता से आगे बढ़े, ताकी घुटनों पर कम दबाव पड़े।

छब्बीस सप्ताह गर्भावस्था के लक्षण | 26 week symptoms of pregnancy in hindi

प्रेगनेंसी ब्रेन

क्या आप प्रेगनेंसी में अक्सर बहुत आवश्यक चीज़ों को भी भूलने लगी है..! ये सब आपके प्रेगनेंसी ब्रेन के कारण है। वैसे गर्भवास्था के इस दौर में याददाश पर फर्क पड़ना सामान्य है यहां आप ये चीज कर सकती आप चीजों को लिखकर याद रख सकते हैं। जिससे आप आगे की गर्भावस्था को सही से ऑर्गेनाइज कर सकते हैं।

ब्लॉटिंग और गैस 

लगातार बढ़ता हुआ गर्भाशय आपके पेट और अंतड़ियों पर प्रेशर जमाने लगा होता हैं। यहीं कारण है कई बार आपको उल्टी जैसा महसूस होता है। आप भोजन छोटे छोटे रूप में करें, तीन कि जगह छह बार खाय। ये पाचन तंत्र पर जोर नहीं पड़ने देगा।

आलस आना

शरीर का भार शिफ्ट होने, ज्वाइंट्स लूज होने तथा बढ़ा हुआ वजन ये कुछ ऐसे फैक्टर्स है जो आपको आलस से भर देते है। वैसे ये आलसीपन कुछ समय के लिए ही है आपको नहाते, चलते वक्त अधिक सावधान रहने की जरूरत है।

माईग्रेन – migraines

महिलाएं जिन्हें माइग्रेन की शिकायत रहती है गर्भावस्था उनके लिए काफी भारी भरकम सबित हों सकता हैं जों उन्हें कई बार परेशानी में भी डाल देता है। वहीं कुछ गर्भवतियों ऐसी भी होती हैं जिन्हें इन सब की चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ती
लेकिन अपको घबराने की जरूरत नहीं, हालांकि, कुछ दिन से यदि आप कुछ ज्यादा ही परेशान लगने लगें है तो वैसे अभी कोई भी मेडिकेशन लेना आपके लिए खतरनाक साबित होगा। इसके बदले आप एक्यूपंक्चर, बायो फीडबैक, मसाज, मेडिटेशन, योगा ट्राई कर सकते हैं। ये स्ट्रेस और माइग्रेन कम करनें में भी आपकी मदद करेगा।

आंखो का धुधलापन

अगर आंखों में इरीटेशन होने लगीं है ऐसा इसलिए क्योंकि प्रेगनेंसी हार्मोन आंसू बनने को कम कर देते हैं। इस कारण से आंखों में सूखापन आने लगता है। आप आई ड्रॉप का उपयोग डिस्कंफर्ट दूर करने में कर सकती है। अगर आपको गंभीर रूप से देखने में समस्या आ रही हैं तो डॉक्टर की सलाह लेना सबसे बेहतर होगा। क्युकी ये प्रिकॉलेप्सिया का भी संकेत हो सकता है।

राउंड लाईगमेंट पेन

शरीर में दर्द बढ़ने का एक कारण बढ़ता हुआ गर्भाशय भी है इसे राउंड लाईगमेंट पेन भी कहते हैं। जो काफी दर्दभरा भी होता हैं। खुद को जितना हो सके आराम दे, अचानक से पोजीशन ना बदले
 

छब्बीस सप्ताह गर्भावस्था में पेट निकलना | Pregnant belly at 26 week in hindi

जब आप छब्बीस सप्ताह की गर्भवती होती हैं आप लगभग 16 से 22 पाउंड तक वजन गेन कर चुकी होंती हैं। 27 से 42 पाउंड यदि आप जुड़वा बच्चों से गर्भवती होंगी। जब आप अपनी 26 सप्ताह प्रेगनेंट बैली को छूती होंगी आप महसूस कर सकती हैं जैसे आपका पेट सामान्य से ऊपर उठा हुआ है।
छब्बीस सप्ताह गर्भावस्था में शिशु का आकार और पेट दोनों में आप आसानी से फर्क महसूस कर सकती है सामान्यत: आपकी बैली बटन पहले से निकल आई होती है आपकी त्वचा भी टाइट और इची महसूस होती होगी। इसलिए अपनी स्किन हाईड्रेट करते रहे और मॉइश्चराइज करना भी ना भूलें

छब्बीस सप्ताह गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड | Ultrasound in 26 week of pregnancy in hindi

आमतौर पर, इस सप्ताह अल्ट्रासाउंड कराने पर आप देखेंगी शिशु बहुत बार अपने हाथों को चेहरे की तरफ ला लेता है। आप यह भी देख सकती हैं कैसे शिशु कई बार अपनी जीभ मुंह से बाहर निकाले हुए होता है। जब शिशु की हरकतें एक समन्वय में होने लगते है डॉक्टर आसानी से शिशु के स्वास्थ्य के बारे में आसानी पता लगाने में सक्षम हो पाते हैं।
गर्भावस्था में याद रखने वाली चीजें – 26 week pregnant checklist
  • अपने शिशु से बात करें
  • अपनी दिनचर्या को सही रखे, हेल्दी डाइट खाए, अत्याधिक मीठी चीजें खाने से परहेज करें
  • शिशु की हरकतों को ट्रैक करते रहें
  • शिशु के लिए घर को सजाएं
  • अपनी स्किन को मॉइश्चराइज करते रहे
  • निश्चित और सही रूप से वजन गेन करें

गर्भावस्था छब्बीस सप्ताह केयर टिप्स | Self care tips 26 week pregnant in hindi

शिशु के बारे में सोचें

बेबी प्रोडक्ट्स खरीदना अक्सर बहुत तनावपूर्ण कार्य होता है वैसे ये उतना ही मजेदार भी होता है। आप चाहे तो अन्य माता पिता से शिशु की जरुरत की चीज़ों के बारे में सलाह लें सकते हैं क्युकी वे आपको उन्हीं चीजों की सलाह देंगे जो शिशु के लिए बहुत जरूरी होते है। जिससे आप उन गैर जरूरी चीजों को खरीदने से बच जाएंगे जिनकी जरुरत नहीं है।

खाने को अच्छे से पकाए

जब बात मांसाहार भोजन की हो, अधपका भोजन गर्भवति के लिए नुकसान प्रद होता हैं। खाना पकाते समय आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए उसे इतना भी ना पकाए की उसमें मौजूद न्यूट्रिएंट्स खत्म होने लगें

थोड़ा एक्सरसाइज

शायद आपको पता होगा, गर्भवास्था में हल्का फुल्का एक्सरसाइज करना कितना फायदेमंद रहता है। चिंता मत करे आप अकेली बिल्कुल भी नहीं है शिशु के लातें आपको हमेशा उसके होने का एहसास दिलाते रहेंगी।
इस बात का ध्यान रखें, सभी शिशु एक्सरसाइज के दौरान अलग अलग रूप से प्रतिक्रिया देते है। कई बार मूवमेंट की वजह से शिशु सो भी जाता है। आप निरीक्षक से चर्चा करे की आपको कितना एक्सरसाइज करना चाहिए

साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे

उन चीजों को अच्छी तरह से धोए जिनपर आपका हाथ सबसे पहले और अधिक जाता है। विवेकपूर्ण तरीके से खाने को छुए तथा बर्तनों को अच्छे से साफ करें
फलों को भी खाने से पहले अच्छे से धोए, उन फलो को भी जिन्हें आपको छिल कर खाना होता हैं। 

सही पोस्चर बनाकर रखें

बाहर निकलता पेट और दर्द भरा पीठ अक्सर सीधे खड़े रह पाने में समस्या पैदा करते है। कोई बात नहीं आप सीधे खड़े हो जाए मगर चलते वक्त आपको कंधो को पीछे की ओर हल्का झुका कर चलना चाहिए। ये आपको प्रेगनेंसी में होने वाले दर्द में सहायता करता हैं।  

हानिकारक खाद्य पदार्थों से बचें

गर्भावस्था में ऐसी बहुत सी चीजे होती है जिनसे आपको सख्त परहेज करना चाहिए। जैसे कुछ खाद्य पदार्थ – कच्चा और अधपका भोजन, इनका सेवन गर्भवती और शिशु दोनों के लिए नुकसानदायक होता है।

छब्बीस सप्ताह के लिए प्रेगनेंसी डाइट

यदि आप वेजीटेरियन है तो आपको जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन बी12, कैल्शियम, विटामिन डी, डीएचए, आयरन और फोलेट की उचित मात्रा लेना आवश्यक हैं 
प्रोटीन युक्त भोजन खाए – जैसे नाइट्स, मूंगफली, दाल
यदि आप दूध नहीं पीना चाहती, तो आप दही का सेवन करें 
हरी सब्जियां खाये, रेशेदार फल और सब्जियां जरूर सेवन करे

FAQ. प्रेगनेंसी में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर

क्या प्रेगनेंसी में सेक्स कर सकते हैं?
जी हां…, प्रेगनेंसी में संभोग करना पूरी तरह सुरक्षित हैं व इससे शिशु को कोई नुक्सान नहीं होता है, बल्कि शिशु को इन सबका कुछ पता ही नहीं होता 
प्रेगनेंसी में कौन सी गलतियां ना करें?
प्रेगनेंसी में नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहें, ऐसे कार्यों को न करें जिसमें अत्याधिक शारीरिक कसरत की जरूरत हो
प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए?
एक प्रेगनेंसी बहुत से उतार चढ़ावो से भरा होता है इसलिए आपको एक हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाने की जरूरत है, अपने पार्टनर, परिवारजनों और दोस्तों के साथ समय व्यतीत करें
Hindiram के कुछ शब्द
26 week of pregnancy in hindi : प्रेगनेंसी का ये सप्ताह गर्भवती और शिशु दोनों के लिए अनेकों बदलाव लेकर आता है लेकिन अभी सबसे जरूरी होगा आप खुद का और शिशु का ख्याल रखें, हेल्दी डाइट ले, और अधिक से अधिक पानी पिए, यदि आपको किसी प्रकार की शंशा हैं तो अपने निरीक्षक से परामर्श कर सकते हैं
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