प्रदूषित पानी, दूध, संक्रमण और अपच के कारण दस्त या डायरिया जैसी स्थिती हमें अपना शिकार बना लेती हैं। हालांकि, दस्त होना कोई घातक बीमारी नहीं है किन्तु यह दुष्प्रभावी व नुकसानदायक जरूर होता है। इसमें मल ढीला, पानी जैसा पतला, बार-बार जाने लगता है।
दस्त की स्थिती अत्यंत सुविधाजनक तो होती है मगर अधिकांशत: इसे दवाइयों और थोड़ा आराम देकर घरेलू रूप से ठीक किया जा सकता है। यदि किसी को डायरिया है और यह 2 – 3 दिनों के भीतर बेहतर ना हो अथवा मल काला या रक्त के साथ जाने लगे, तीव्र ज्वर, पेट और मलाशय में दर्द हैं तो डॉक्टर से तुरंत मिले
डायरिया या दस्त पाचन की समस्या है जिसमें पानी जैसा ढीला मल जाने लगता है। यह कुछ दिनों, घंटों के लिए स्थाई रह सकता हैं पश्चात यह अपने आप बेहतर होने वाली बीमारी है। इसकी कुछ स्थितियां लंबे अवधि तक स्थाई रह जाती है।
घबराने या चिंतित होकर खुद को परेशान ना करें, डायरिया, पेचिश और दस्त की समस्या अपने आप ठीक होने वाली बीमारी होते हैं। मेडिकल दवाएं, होम रेमेडीज का सहारा लेकर तुरंत इससे आराम और जल्दी ठीक हो सकते हैं
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दस्त की होम्योपैथिक दवा – diarrhoea ki homeopathy medicine in hindi
होम्योपैथी में दस्त के इलाज के लिए प्रभावी ढंग से उपचार प्रदान करती है। तथा यह भी सुनिश्चित करता है कि लक्षण और कारण पूरी तरह समाप्त हो गए हैं। होम्योपैथी दस्त से पीड़ित पुराने-से-पुराने लोगों के लिए इलाज का अच्छा विकल्प है। यह वयस्कों और बच्चों के लिए भी प्रभावी ढंग से कार्य करता है। जो न्यूनतम दुष्प्रभाव के साथ लंबे समय के लिए राहत प्रदान करता है।
दस्त के लिए उपयोगी होम्योपैथिक दवाई निम्नलिखित हैं –
आर्सेनिक एल्बम – Arsenicum album
इस दवा को निम्नलिखित लक्षणों में राहत के लिए उपयोग कर सकते हैं
- खाना या पीने के बाद मतली के साथ उल्टी
- खाना देखते और गंदे से नफरत होने लगना
- गला सूखने लगना
- बहुत कम मात्रा में दुर्गंध के साथ काले रंग का मल जाना
- काला खून युक्त और दुर्गंध पूर्ण दस्त जाना
अर्जेंटम नाइट्रिकम – Argentum nitricum
इस दवा को निम्नलिखित लक्षणों में राहत के लिए उपयोग कर सकते हैं
- पेट में संकुचन
- हरा और पतला मल
- डकार और पेट फूलना
- मछली के साथ पेट में भारीपन महसूस होना
- पेट में दर्द की तीव्रता में उतार-चढ़ाव
- गर्मी या ठंडे भोजन के कारण लक्षण बढ़ जाना
ब्रायोनिया अल्बा – Bryonia alba
इस दवा को निम्नलिखित लक्षणों में राहत के लिए उपयोग कर सकते हैं
- कठोर और सुखे मल के साथ कब्ज होना
- चलने फिरने और सुबह के समय लक्षण बढ़ जाते हैं
- खाने के बाद पेट में दबाव महसूस होना
- असामान्य भूख और बहुत अधिक प्यास लगना
कैमोमाइल – Chamolile
इस दवा को निम्नलिखित लक्षणों में राहत के लिए उपयोग कर सकते हैं
- खाने पीने के बाद पसीना आना
- पेट फूलना
- पेट में दर्द विशेष रूप से रात में खाने के बाद
- बार बार एसिडिटी होना
- खाना पेट से मुंह में आ जाता है और पेट दर्द होने लग ना
- बिना परिचय भोजन के साथ झागदार दस्त
सिनकोना ऑफिसिनैलिस – Cinchona officinalis
इस दवा को निम्नलिखित लक्षणों में राहत के लिए उपयोग कर सकते हैं
- झागदार और पीले रंग का मल आना
- पेट फूलना और कड़वे तरल पदार्थ की डकार आना
- पाचन धीरे होना
- बिना पचे हुए भोजन की उल्टी
- सूजन जो चलने फिरने पर बेहतर हो जाता है
कोलोसिंथिस – Colocynthis
इस दवा को निम्नलिखित लक्षणों में राहत के लिए उपयोग कर सकते हैं
- ऐठन और पेट में दर्द विशेष रूप से चलते समय
- पेट में जलन
- मलाशय से खून आना
- ऐसा दर्द जो किसी खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थ के सेवन से बढ़ जाता है
- दस्त के साथ उल्टी
- बहुत कम खाने के बाद भी दस्त होना
इपेकाकुआना – Ipecacuanha
इस दवा को निम्नलिखित लक्षणों में राहत के लिए उपयोग कर सकते हैं
- पेट में चुभता हुआ दर्द
- गुदा के आसपास खुजली होना
- भोजन के तुरंत बाद उल्टी
- बवासीर के कारण खून आना
- पेट में अत्याधिक बेचैनी महसूस होना
फास्फोरस – phosphorus
इस दवा को निम्नलिखित लक्षणों में राहत के लिए उपयोग कर सकते हैं
- भोजन निगलने में कठिनाई
- बार-बार अधिक मात्रा में हवा वाली डकार आना
- दर्द रहित और थकाने वाली दस्त
- मल के साथ खून आना
- पेट पर बड़े पीले धब्बे होना
- नमक खाने से पेट खराब होना
पेट्रोलियम – Petroleum
इस दवा को निम्नलिखित लक्षणों में राहत के लिए उपयोग कर सकते हैं
- शाम के समय छाती में जलन
- हरे रंग और कड़वे स्वाद वाली उल्टी
- धीमा और कमजोर पाचन
- मल के बाद गुदा के आसपास सजा वाला दर्द होना
- वाहन चलाने पर दस्त बढ़ जाना
- उल्टी करने का मन होना
होम्योपैथी से दस्त का इलाज नुकसान और जोखिम कारक
होम्योपैथी दवाओं का उपयोग करना सुरक्षित रहता है क्योंकि इन्हें प्राकृतिक उत्पादों से निर्मित किया जाता है बहुत कम दुष्प्रभाव देते हैं और लंबे समय से प्रभावी होते हैं हालांकि हर व्यक्ति में या सामान्य रूप से कार्य नहीं करते व्यक्ति के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य को देखकर दवा की खुराक तय की जाती है इसलिए डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है
क्या करें क्या ना करें !
- सक्रिय जीवन शैली रखें
- हवादार और आरामदायक कपड़े पहने
- स्वच्छता और सफाई बनाए रखें
- चाय कॉफी जैसे पदार्थों का सेवन कम करें
- अधिक नमकीन और मीठे पदार्थों से परहेज
Hindiram के कुछ शब्द
दस्त की होम्योपैथिक दवा (diarrhoea ki homeopathy medicine) – होम्योपैथी दवाओं का उपयोग करना सुरक्षित रहता है क्योंकि इन्हें प्राकृतिक उत्पादों से निर्मित किया जाता है बहुत कम दुष्प्रभाव देते हैं और लंबे समय से प्रभावी होते हैं