अब आप तीन माह आगे आ चुकीं है 12 सप्ताह गर्भवती होने पर आप शायद प्रेगनेंसी के उन शुरूआती लक्षणों से कुछ कुछ आराम महसूस करने लगी होंगी, शिशु भी इंसानी बच्चें जैसा दिखने लगा है आपका गर्भाशय भी अब बढ़ने और बाहर को निकलने लगा है
ये सप्ताह शिशु के लिए भी बहुत बड़ा सप्ताह है क्युकी अब तक शिशु के शरीर के लगभग सभी मुख्य जरुरी अंग पूरी तरह बन चुके होते है
अगर अभी तक आपने शिशु की हार्टबीट नहीं सुनी होंगी तो 12 सप्ताह में डॉक्टर शिशु की हार्टबीट आसानी से पता कर लेते हैं।
12 week of pregnancy मतलब – 3 माह गर्भावस्था
1st trimester मतलब – गर्भावस्था दूसरी तिमाही
28 week’s to go मतलब – 28 सप्ताह बचें
Table of Contents
बारह सप्ताह गर्भावस्था – शिशु का विकास, प्रेगनेंसी सिंप्टम्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 12 week pregnant in hindi
Here’s quick summary
- शिशु के आंत जो अब तक गर्भनाल की जगह पर थे, इस सप्ताह अपने सही जगह यानी पेट में आ जाते हैं।
- मस्तिष्क में पिट्यूटरी ग्लैंड भी इस सप्ताह कार्यशील हो गया होता है
- बोनमेलो भी सफेद रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने लगा है जिससे शिशु का शरीर जर्म्स से लड़ने को तैयार हो गया है
बारह सप्ताह गर्भावस्था में शिशु का विकास | Baby development by week 12 in hindi
बारह सप्ताह में शिशु का आकार कितना हैं? – baby size at 12 week
पिछले सप्ताह की तुलना शिशु दोगुना बड़ा हो गया है, इस सप्ताह उसका कुल वजन लगभग 11 ग्राम तथा सिर से पांव तक लंबाई 2 ½ इन्च तक बढ़ चुकी होती है।
भले ये आपको अनोखा ना लगे, मगर पिछले 3 सप्ताहो की तुलना में शिशु 100 गुना अधिक बढ़ा हो चुका है। हां… बाहर से आपको सब सामान्य दिख रहा होगा, लेकिन अंदर बहुत बदलाव हो रहे होते हैं।
पाचन तंत्र कार्यशील बनने लगा है
इस सप्ताह सच में माता तथा शिशु दोनों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आने को है, क्युकी शिशु का शरीर अब पूर्णतः नए आकार में विकसित होना शुरू हो गया हैं
हालांकि, शिशु के लगभग सभी जरुरी अंग बन चुके हैं लेकिन अभी भी बहुत से अंगो का बनना बाकी है। मगर जो अंग बन चुके हैं वे अब मैच्योर होना शुरु होंगे, खासकर शिशु का पाचन तन्त्र कार्यशील बनने लगा है अब शिशु की आंते भोजन पचाने वाले रसायनों का निर्माण करने लगी है
सफेद रक्त कोशिकाएं बनने लगी है
बोनमेलो का मानव शरीर में बहुत अहम भूमिका निभाता हैं, क्युकी यही शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं का निर्माण करती है जो शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता।
दिमाग के बीच में स्थित एक महत्वूर्ण ग्लैंड – “पिट्यूटरी ग्लैंड” इस सप्ताह कार्यशील हो जाता हैं यहीं ग्लैंड भविष्य में शिशु को उसके बच्चे होने में भी मदद करेगा।
शिशु की हार्टबीट
इसी सप्ताह अगर आप अपने शिशु की हार्ट बीट नहीं सुनी है तो डॉक्टर एक डॉपलर की सहायता से आसानी से शिशु की हार्टबीट का पता लगा सकते है।
शिशु में होने वाले अन्य विकास प्रक्रियाएं
- शिशु का शरीर इस सप्ताह काफी हद तक पारदर्शी हैं
- हड्डियां तथा पूरा स्केलेटन सिस्टम मजबूत बन रहा है
- हाथ तथा पैरों के नाखून भी बनने लगे।
- गले में वोकल कॉर्ड ( वाद्य यंत्र ) भी बनने लगा है
- लिवर भी लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने लगा है
- पिट्यूटरी ग्लैंड भी हार्मोन सीक्रेट करने लगा है
- शिशु की आंत भी अपनी जगह पर आ गया हैं
- प्लेजेंटा भी अब कार्यशील बनने लगा है , जिससे प्रेगनेंसी हार्मोन के प्रभावों कम होने लगें होंगें
बारह सप्ताह में गर्भवती का शरीर | Your body at 12 week pregnant in hindi
प्रेगनेंसी लक्षणों का खात्मा
जैसे ही गर्भवती अपनी पहली तिमाही खत्म करती हैं गर्भ में शिशु पेल्विस के सामने एब्डॉमिन में जुड़ने लगता हैं।
अगर आप खुशनसीब होंगी तो प्रेगनेंसी के कुछ शुरूआती लक्षणों से छुटकारा मिलने से काफी राहत महसूस कर रहीं होंगी, तथा जैसे-जैसे आप दूसरी तिमाही में दाखिल होंगी – पेट की ऐठन, फूड एवर्जन, ब्रेस्ट प्रॉब्लम्स और थकान जैसे लक्षणों से आप राहत की सांस लें रहीं होंगी
चक्कर महसूस करना
जैसे ही आप दूसरी तिमाही में पहुंचेगी, कुछ प्रेग्नेंसी सिंप्टम्स से तो छुटकारा मिलेगा मगर इसके साथ कुछ नए प्रेगनेंसी सिंप्टम्स से मुलाकात होगी
यह भी प्रेगनेंसी में होने वाले हार्मोन बदलाओ की बदौलत है जहां प्रोजेस्ट्रोन शरीर में ब्लड वेसल्स को फैला देता है जिससे इनमें कम मात्रा में रक्त संचार होने लगता हैं जो आपको चक्कर आने जैसी समस्या दे सकता है।
चक्कर आने का दूसरा कारण यह भी हो सकता – आपका ब्लड शुगर लेवल संतुलन में नहीं हैं पर्याप्त मात्र में भोजन करें, यदि अचानक चक्कर महसूस करें, तो सीधे बैठें, सिर दोनों घुटनों के बीच लाकर लंबी और गहरी सांस लेना शुरु करें
लो सेक्स ड्राइव
गर्भावस्था में होना, कुछ महिलाओं के लिए उनकी सेक्स लाइफ में बढ़ोतरी लाता है तो वही कुछ महिलाओं को सेक्स ड्राइव में कमी देखने को मिल सकती हैं।
हालंकि, प्रेगनेंसी सिंप्टम्स ही आपके इस समस्या का कारण है जो आपके सेक्सुअल लाइफ में कमजोरी का कारण बन रहे होते हैं जैसे – पेट में ऐठन, थकान, तनाव
बारह सप्ताह गर्भावस्था के लक्षण | 12 week symptoms of pregnancy in hindi
सुगंध लेने की क्षमता बढ़ना
अभी तक यदि आप इससे अनजान थीं, लेकीन अब जान गई होंगी – जैसे आप अपने दोस्तों के गंध से ही पहचान जाएंगी उन्होंने क्या खाया होगा। ये आपके प्रेगनेंसी में बढ़े सुपर सेंस ऑफ स्मेल का कमाल है।
लेकिन कई बार ये आपके लिए मुसीबत का कारण भी बन सकता हैं जिसके कारण आपको पेट की मतली और उल्टी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। इसलिए घर के दरवाजे-खिड़कियां खोल कर रखे, तथा अपने पास नींबू का एक टुकड़ा जरूर रखें।
बार बार पेशाब की समस्या से राहत
अब आपको बार बार बाथरूम की तरफ जाने की जरुरत नहीं पड़ती होगी, हालांकि, पूरी तरह तो नहीं लेकिन पहले के मुकाबले बार बार पेशाब की समस्या से आपको बहुत कुछ आराम महसूस कर रहीं होंगी
अचानक सिर दर्द
खयाल रखें आप पर्याप्त मात्रा में भोजन का सेवन कर रही हैं ब्लड शुगर लेवल भी मेंटेन रखें, ये भी अचानक आने वाले सिर दर्द की का कारण होता है
थकान
प्रेगनेंसी में शुरूआत से ही आपका शरीर बहुत कड़ी मेहनत कर रहा होता हैं जिससे वह शिशु को पोषित कर सकें, लेकिन मात्र शिशु ही नहीं प्लेजेंटा का विकास भी आपको ही करना होता हैं। जिसमें थकान महसूस होना सामान्य है आपको खुद के लिए समय जरूर निकालना चाहिए।
ब्लोटिंग और गैस
प्रेग्नेंसी के इस सिंप्टम्स से छुटकारा पाने का एक ही तरीका है – आप खाना धीरे धीरे खाए, जिससे खाने के साथ हवा पेट मे नहीं जाएगा और आप गैस जैसी समस्या से भी बच सकेंगे।
बारहवें सप्ताह गर्भावस्था में पेट निकलना | Pregnant belly at 12 week in hindi
बारह सप्ताह गर्भावस्था के दौरान बहुत सी महिलाओ को उनका बेबी बंप दिखने लगाता हैं भले बाहर से इसका पता आसानी से नहीं चल रहा होता, मगर आप आप महसूस कर सकती हैं आपके कुछ पसंदीदा कपड़े टाईट होने लगे होंगे
आपने कुछ वजन भी गेन कर लिया होगा, लेकिन यदि आपको अपनी प्रेगनेंट बैली नहीं दिख रही तो चिंता न करें, बेबी बंप का आना बहुत सी चीजों पर निर्भर करता हैं जैसे – गर्भवति की उम्र, हाईट,
बारह सप्ताह गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड | Ultrasound in 12 week of pregnancy in hindi
गर्भावस्था में 11 से 13 सप्ताह के बीच में अक्सर डॉक्टर अल्ट्रासाउंड टेस्ट करते है जिससे गर्भवति और शिशु की कंडीशन का पता लगाया जा सके
गर्भावस्था बारहवां सप्ताह केयर टिप्स | Self care tips 12 week pregnant in hindi
ढीले कपड़े पहनने की आदत
बाहर से देखकर अब तो कोई भी आपको बता देगा की आपमें कुछ तो अलग है शायद आपके गर्भवती होने की बात लोगों से छिपी नहीं या फिर आपका बेबी बंप भी दिखने लगा हो, इसलिए अब बेहतर यही होगा कि आप अभी से ढीले कपड़े पहनने की अदात डाल ले।
फ्लू का टीका
सभी प्रेग्नेंट महिलाओं को सलाह दी जाती, खासकर मई से अक्टूबर महीनो के बीच की वे फ्लू का टीका लगवाए, क्युकी प्रेगनेंसी में शरीर का इम्यून पहले के मुकाबले काफी कमजोर होता है जिससे जर्म्स और इंफेक्शन फैलने का खतरा बहुत अधिक रहता है।
नशीले पदार्थों से दूर रहें
प्रेगनेंसी में खासकर नशीले पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए, नशीले पदार्थों का सेवन ना सिर्फ प्रेगनेंसी के लिए खतरनाक है बल्कि शिशु के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। थोड़ी मात्रा में भी नशीले पदार्थ का सेवन हानिकारक होता हैं
हेल्दी भोजन करें
कभी भी कच्चा भोजन ना खाये, क्युकी इनमें हार्मफुल बैक्टीरिया रहते, जो माता और शिशु दोनों के लिए नुक्सानदायक रहता हैं, कच्छे भोजन में मौजूद बैकटीरिया प्रीमेंच्योर बर्थ का कारण भी बन सकते है।
हाइड्रेटेड रहें
पहले जब आप प्रेग्नेंट नहीं थी तब की तुलना में अभी आपको ज्यादा हाइड्रेट रहने कि जरूरत है आप थोड़ा ज्यादा पानी पिएं, खासकर यदि आप कोई फिजिकल एक्टिविटी करते हों तो….
जाने किस तरह के भोजन से दूर रहना
शायद प्रेगनेंसी में आपको बहुत कम ही चीजें देखने को मिलेंगी जिसे गर्भवास्था खाया जा सके तथा वो हेल्दी भी हो। इसलिए गर्भवतियों को बहुत सी चीजे खाने से माना किया जाता है आप उनके बारे में डॉक्टर से जरूर परामर्श ले।
बारहवां सप्ताह के लिए प्रेगनेंसी डाइट
यदि आप वेजीटेरियन है तो आपको जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन बी12, कैल्शियम, विटामिन डी, डीएचए, आयरन और फोलेट की उचित मात्रा अवश्य लेनी चाहिए
- प्रोटीन युक्त भोजन खाए – जैसे नाइट्स, मूंगफली, दाल
- यदि आप दूध नहीं पीना चाहती, तो आप दही का सेवन करें
- हरी सब्जियां खाये, रेशेदार फल और सब्जियां जरूर सेवन करे
Hindiram के कुछ शब्द
12 week of pregnancy in hindi : प्रेगनेंसी का ये सप्ताह गर्भवती और शिशु दोनों के लिए अनेकों बदलाव लेकर आता है लेकिन अभी सबसे जरूरी होगा आप खुद का और शिशु का ख्याल रखें, हेल्दी डाइट ले, और अधिक से अधिक पानी पिए, यदि आपको किसी प्रकार की शंशा हैं तो अपने निरीक्षक से परामर्श ले सकते हैं