शादी से पहले दूध आना – जाने कारण, बचाव और उपचार के तरीके | स्तनों से रिसाव होना

शादी से पहले दूध आना : जब एक अथवा दोनों निप्पल लीक होने लगे तो इसे निप्पल डिस्चार्ज कहते हैं। सभी महिलाओं के ब्रेस्ट में 15 से 20 मिल्क डक्ट होते हैं इन्हीं किसी एक अथवा एक से अधिक मिल्क डक्ट में शादी से पहले दूध आना या प्रेगनेंसी में डिसचार्ज होता है।

अधिकांशत: प्रेगनेंसी के आखिरी सप्ताहों में ही निप्पल डिस्चार्ज देखे जाते हैं, हालांकि, निप्पल डिस्चार्ज उन महिलाओं के लिए भी सामान्य है जो प्रेग्नेंट नहीं (शादी से पहले दूध आना) अथवा ब्रेस्टफीडिंग करा रही होती

आदमियों में निप्पल डिस्चार्ज हमेशा एबनॉर्मल रहेगा तथा उन्हें जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

आमतौर पर निप्पल डिस्चार्ज पतला, दूधिया सफेद और फ्लूइड की तरह साफ रहता, लेकिन दूध की तरह चिपचिपा नहीं होता। 

डिस्चार्ज आपको अलग अलग रंगों में भी हो सकते हैं जैसे – ग्रे, पीला, भूरा इसमें कभी कभी खून भी आ सकता है। यह एबनॉर्मल डिस्चार्ज किस वजह से हुआ इसपर भी निर्भर करता है।

एक एबनॉर्मल डिस्चार्ज दूसरे एबनॉर्मलिटी के कारण भी हो सकता हैं जैसे – dimpled skin, swelling, redness, or inverted nipple लेकिन अगर डिस्चार्ज बिना किसी स्टिमुलेशन के अपने आप किसी एक ब्रेस्ट से हो तब इसे एबनॉर्मल ही माना जाएगा।

एबनॉर्मल निप्पल डिस्चार्ज : शादी से पहले दूध आना कारण

शादी-से-पहले-दूध-आना-कारण

दूध आना शादी से पहले : एक मिल्क डक्ट से डिस्चार्ज होना या ब्रेस्ट से डिस्चार्ज होना उस ब्रेस्ट के किसी प्रॉब्लम के कारण हुआ है उदाहरण – नॉन कैंसरस, बेनिंग ट्यूमर या ब्रेस्ट टयूमर

दोनों ब्रेस्ट से डिस्चार्ज अथवा बहुत से मिल्क डक्ट एक ही ब्रेस्ट, ये किसी बाहरी प्रॉब्लम की ओर संकेत करता है जैसे – हार्मोनल डिसऑर्डर, या किसी ड्रग्स का प्रभाव

निप्पल डिस्चार्ज होने के मुख्य कारण

आमतौर पर bening disorder ही ब्रेस्ट से दूध आने के मुख्य कारण रहते –

  • bening tumer मिल्क डक्ट में (intraductal papilloma)
  • Dilated मिल्क डक्ट (mammary duct ectasia)
  • Fibrocystic change साथ में दर्द, अल्सर और आलस्य
  • ब्रेस्ट इंफेक्शन और मोटापा

इंट्रेड्क्टल पपिलोमा (intraductal papilloma) सबसे सामान्य कारण होता और यही ब्लड के साथ निप्पल डिस्चार्ज होने का भी मुख्य कारण रहता है।

लेस कॉमन रीजन फॉर निप्पल डिसचार्ज : शादी से पहले दूध आना

कुछ ऐसे भी डिसऑर्डर होते – जिसके कारण उन महिलाओं के ब्रेस्ट से भी डिस्चार्ज होने लगता जो प्रेग्नेंट नहीं है। ये ब्रेस्ट फीडिंग या प्रेग्नेंट महिलाओं में भी देखने को मिल सकता है।

इन सभी डिसऑर्डर में प्रोलैक्टिन हार्मोन जो ब्रेस्ट में दूध उत्पादन में सहायता करता उसका स्त्राव बढ़ जाता है। तथा यही कंडीशन कई बार कुछ ड्रग या दवाइयों को लेने से भी हो जाता हैं।

वार्निंग साइन : Warning signs

निप्पल डिस्चार्ज में खतरे की बात –

  • डिस्चार्ज बिना स्टिमुलेशन के हो
  • 40 के बाद वाली महिलाओ तथा उसके बाद
  • एक ही ब्रेस्ट से डिस्चार्ज
  • खूनी अथवा पिंक हो
  • अलास के साथ हो, जिसे महसूस कर सके
  • लड़को या आदमियों में हो

डॉक्टर को कब दिखाएं

अगर निप्पल डिस्चार्ज – दूध आना, एक मासिक चक्र से ज्यादा समय के लिए हो तब यह खतरे की निशानी है। ऐसे महिला या आदमी को तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

हालांकि, कुछ समय रुकने में कोई बुराई नहीं जब तक इसमें कोई इंफेक्शन न होए जैसे – रेडनेस, स्वीलिंग, पल्प का आना लक्षण ना हो

डॉक्टर क्या करेंगे

डॉक्टर पहले तो उस महिला के सिस्टम और मेडिकल हिस्ट्री जानेगा, जिसके बाद फिजिकल एग्जामिनेशन करेगा। इस एग्जामिनेशन में जो निष्कर्ष आयेगा उसी मुताबिक आगे की प्रक्रिया होगी।

अधिक जानने के लिए डॉक्टर आपसे डिस्चार्ज तथा दूसरे सिम्पटम्स के बारे में पूछ सकते हैं जैसे-

  • डिस्चार्ज एक से होता या दोनों में
  • डिस्चार्ज का कलर
  • वह कितने समय तक होता
  • अपने आप होता या स्टिमुलेट करने पर
  • लंप और ब्रेस्ट पेन होता

महिलाओं से यह भी पूछ सकते कहीं उन्हें कोई डिसऑर्डर तो नहीं या कोई ड्रग लेती जिससे उनका प्रोलैक्टिन् बढ़ गया हो।

डॉक्टर ब्रेस्ट को अच्छे से एग्जामिन करेगा तथा एब्नार्मेलिटी का कारण जांचने का प्रयास करेगा। यदि डिस्चार्ज अपने आप नहीं होता तो डॉक्टर जानबूझ कर उसे स्टिम्युलेट करेगा।

टेस्टिंग (testing)

यदि डॉक्टर को अंदेशा है डिस्चार्ज हार्मोन इंबलैंस के कारण है तो ब्लड टेस्ट के माध्यम से प्रोलेक्टिन की मात्रा चेक किया जाएगा।

यदि पिट्यूटरी या ब्रेन डिसऑर्डर का अंदेशा मिलता है तो MRI स्कैन अथवा CT स्कैन होगा।

अगर डिस्चार्ज खूनी नहीं है तो उसमें खून की मात्रा देखी जाएगी। यदि इसमें ब्लड मिलता है तो कैंसर सेल्स भी देखा जाएगा।

कई बार इसके कारण को जानने के लिए अल्ट्रासाउंड या मैंमोनोग्राफी भी करा सकते हैं। जिससे यदि किसी मिल्क डक्ट से डिस्चार्ज हो रहा होगा तो पता लग जाएगा। 

लेकिन अगर कोई lump नहीं और मैमोग्राम भी नॉर्मल है तो कैंसर होने के ज्यादा चांसेस हैं लेकिन कई बार मुख्य कारण भी नहीं पता लगते हैं।

ट्रीटमेंट (treatment)

यदि डिसऑर्डर का पता लगता है तो उसका इलाज किया जाएगा। लेकिन आपको पता होना चाहिए स्तन में दूध कैसे बनता हैं ?

अगर नॉन कैंसर ट्यूमर और डिसऑर्डर डिस्चार्ज का कारण है या किसी डक्ट से डिस्चार्ज हो रहा है तो उस डक्ट को हटा दिया जाता है। इस प्रोसीजर में एक लोकल एनएसथेटिक तथा पूरी रात हॉस्पिटल में रुकने की भी जरूरत नहीं

स्तन में दूध कैसे बनता

महिलाओं के स्तन में दूध बनने की तैयारी उसी समय शुरू हो जाती जब वे अपनी मां की कोख में होती हैं। जब उनका जन्म होता – उनका मुख्य मिल्क डक्ट (एक रास्तों का समूह जो स्तनों में दूध पहुंचाता है) लगभग विकसित हो चुका होता हैं।

मिल्क ग्लैंड तब तक सक्रिय नहीं होते, जब तक किशोरावस्था में एस्ट्रोजन हार्मोन उन्हें बढ़ने और फूलने के लिए प्रेरित ना करें, प्रेगनेंसी में यहीं ग्लैंड आत्याधिक तीव्र हो जाता हैं।

प्रेगनेंसी हार्मोन की वजह से मिल्क डक्ट संख्या और आकार में बढ़ने लगते हैं। हार्मोन प्रोलैक्टिन alveoli को शरीर से प्रोटीन, सुगर, फैट लेकर उसे दूध बनाने के लिए प्रेरित करता है।

एक जाल के समान कोशिकाए जो alveoli को घेरे रहते हैं ग्लैंड को squeez करते जिससे दूध डक्ट में चला जाता है ( मिल्क डक्ट को आप अलग अलग नली के समान समझे जो दूध को शिशु तक पहुंचाने में मदद करते है।)

दूसरी तिमाही तक महिलाओं मे मिल्क डक्ट पूरी तरह डिवेलप हो जाता है जिसके कारण शिशु के आने से पहले ही आप दूध निर्माण करने लगती हैं।

जब शिशु जन्म ले लेता है तब तक आपके glandular tissue काफी फैल चुके होते हैं। तथा दोनों ब्रेस्ट लगभग 1 ½ पाउंड भारी हो चुके होते हैं।

प्रथम मिल्क – first brest milk

कोलोस्ट्रम जिसे ” स्वर्ण अमृत ” भी कहते हैं यहीं पहला दूध होता है जिसे महिलाओं का शरीर पहली बार तैयार करता हैं।

ये साफ सफेद, पीला, ऑरेंज और अक्सर गाढ़ा चिपचिपा होता है। जन्म के तुरंत बाद शिशु को पीला कर पोषित किया जाता हैं।

शरीर में कोलोस्ट्रम प्रेगनेंसी के तीसरे – चौथे महीने से बनाने लगता है तथा कई बार तो ये लीक भी होने लगता हैं।

पहला दूध बनता है जब alveoli के बीच में मौजूद कोशिकाएं घुल कर मिल्क डक्ट से निप्पल तक आते हैं। कोलोस्ट्रम में प्रोटीन, मिनरल, विटामिन और एंटीबायोटिक भी काफी मात्रा में रहते हैं।

स्तनों का विकास

स्तनों के विकास में प्रेगनेंसी के पहले सपोर्टिव टिशु, मिल्क ग्लैंड, और प्रोटेक्टिव फैट महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।

स्तनों में कितना फैट टिशू रहेगा यह महिलाओं पर निर्भर करता है। इसलिए ब्रेस्ट अक्सर अलग अलग साइज और शेप में होते है। वैसे आपके स्तनों का आकार आपके दूध उत्पादन करने की क्षमता नहीं बताते।

शादी से पहले दूध आना : प्रीवेंशन

Galactorrhea जिसमें शादी से पहले दूध आना या निप्पल से डिस्चार्ज होना जैसे कारण होते है इसमें हार्मोन इमबैलेंस, ट्यूमर और दूसरे मेडिकल कंडीशन जो हमारे कंट्रोल में नहीं होते इनसे बचने के लिए आप 

  • ब्रा और कपड़े जो आपके स्तनों को उत्तेजित करे, बिल्कुल ना पहनें
  • अपने स्तनों को स्टीमुलेट ना करें
  • स्ट्रेस कम ले

क्या आपको डरना चाहिए 

अगर आपको Galactorrhea है तो यह अपने आप या ट्रीटमेंट के बाद चला जाएगा। लेकिन अगर डिस्चार्ज जो आपके निप्पल से हो रहा है वह दूधिया न होकर खूनी दिखे तो आपको ध्यान देने की जरूरत है।

क्युकी यह ब्रेस्ट कैंसर का कारण भी हो सकता है इसलिए आपको डॉक्टर से जरूर चेक कराना चाहिए।


Hindiram के कुछ शब्द

शादी से पहले दूध आना, अथवा प्रेगनेंसी में निप्पल से दूध लीक होना बहुत से लोगो मे देखा जाता है। ब्रेस्ट से दूध आने पर आपको डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लेना चाहिए।

Share on:    

Leave a Comment